ग्रामीण महिलाओं के कम्यूनिटि फार्मिंग के कार्य में दिखने लगा आजादी का अमृत महोत्सव
कवर्धा, 10 सितम्बर 2021। कबीरधाम जिले के बोड़ला विकासखण्ड के ग्राम राजानवागांव में विभिन्न शासकीय योजनाओं के सहयोग से आजीविका संवर्धन का कार्य स्थापित किया गया। पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग के मार्गदर्शन में कृषि विभाग उद्यानिकी विभाग, मत्स्य पालन विभाग एवं कृषि विज्ञान केन्द्र कवर्धा के संयुक्त प्रयास के कारण सीधे तौर पर लगभग 240 से अधिक ग्रामीण महिलाएं लाभान्वित हो रहीं है। मल्टीयूटिलिटि सेंन्टर को योजनाबद्ध तरीके से विकसित करने के लिए सभी विभागों का तालमेल किया गया। 10 एकड़ क्षेत्र में निर्मित मल्टीयूटिलिटि सेंन्टर को भोरमदेव आजीविका परिसर के रूप में पहचान मिला है।
मल्टीयूटिलिटि सेंन्टर (भोरमदेव आजीविका केन्द्र) का निर्माण
10 एकड़ क्षेत्र में स्थापित केन्द्र को दो भाग में बाट कर अनेक गतिविधियों से महिलाओं को आजीविका संवर्धन के कार्य में जोड़ा गया। जिसमें केन्द्र (भवन) के अंदर आतंरिक गतिविधियां एवं (भवन के बाहर) कम्यूनिटी फार्मिंग शामिल है। 2.5 एकड़ में राज्य पोषित योजना, मुख्यमंत्री समग्र ग्रामीण विकास योजना के माध्यम से 3.698 करोड़ रूपए की लागत से मल्टीयूटिलिटि सेंन्टर भवन का निर्माण कराया गया है। एम.यू.सी. के बाहर शेष स्थानों को कम्यूनिटी फार्मिंग केन्द्र के रूप में विकसित किया गया है जो अन्य विभागीय योजनाओं के साथ अभिसरण से है। महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना के द्वारा राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन ‘बिहान‘ के अंतर्गत स्व सहायता समूह को आजीविका संवर्धन की गतिविधियों से जोड़ने के लिए बहुत से कार्य कराए गए है। इन कार्यो से सब्जी उत्पादन के लिए अनूकुल वातावरण तैयार हुआ है।
कम्यूनिटि फार्मिंग के लिए चिन्हांकित 5 एकड़ क्षेत्र में सुविधा पूर्वक आवागमन हो इसके लिए 4.10 लाख रूपए की लागत से महात्मा गांधी नरेगा योजनांतर्गत मल्टीयूटिलिटि सेंन्टर परिसर में आंतरिक पहुंच मांग निर्माण कार्य कराया गया है। इस कार्य में 1211 मानव दिवस रोजगार का सृजन हुआ जिसमें 2.06 लाख रूपए मजदूरी पर एवं 1.82 लाख रूपये सामग्री पर व्यय सहित कुल 3.88 लाख रूपए व्यय हुआ है। उक्त कार्य ग्राम पंचायत राजानवागांव द्वारा संपादित कराया गया है। बागवानी के लिए महात्मा गांधी नरेगा योजना से भूमि सुधार एवं मेढ़ बंधान कार्य 1.065 लाख रूपए से कार्य स्वीकृत किया गया। इस कार्य मे 600 मानव दिवस का रोजगार ग्रामीणों को प्राप्त हुआ तथा 1.02 लाख रूपये का मजदूरी भुगतान पंजीकृत श्रमिकों को मिला। जल संवर्धन के साथ भूजल स्तर में वृद्धि करने एवं पानी की उपलब्धता कों ध्यान में रखते हुए 6.94 लाख रूपए की लागत से नया तालाब निर्माण कराया गया है। इस कार्य मे पूर्ण 3832 मानव दिवस रोजगार का सृजन हुआ। ग्रामीणों को इस कार्य से रोजगार तो मिला ही साथ में 6.50 लाख रूपये का मजदूरी भुगतान भी प्राप्त हुआ। ग्राम पंचायत राजानवागांव द्वारा इस कार्य को संपादित कराया गया है। नेपियर नर्सरी कार्य उद्यानिकी विभाग को सौपा गया। कार्य की लागत राशि 0.76 लाख रूपए रही जिसमें 264 मानव दिवस रोजगार का सृजन हुआ। इस काम मे 0.71 लाख रूपये का मजदूरी भुगतान किया गया।
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