सुदूर वनांलच क्षेत्र रेंगाखार तहसील में राजस्व प्रकरणों के निराकरण में आई तेजी
प्रत्येक आवेदन का त्वरित, निष्पक्ष और पारदर्शी तरीके से किया जा रहा निराकरण
कवर्धा, 11 जुलाई 2025। कबीरधाम जिले में राजस्व प्रकरणों के त्वरित एवं पारदर्शी निराकरण को लेकर प्रशासन सक्रियता से कार्य कर रहा है। उपमुख्यमंत्री श्री विजय शर्मा के निर्देशों के बाद कबीरधाम जिले में राजस्व प्रकरणों में तेजी आई है। कलेक्टर श्री गोपाल वर्मा के नेतृत्व में जिले के सुदूर वनांचल क्षेत्रों में विशेष राजस्व शिविरों का संचालन किया जा रहा है, जिससे आम ग्रामीणों को उनके ही गांव में राजस्व से संबंधित समस्याओं का तत्काल समाधान मिल सके। विगत दिवस जिला मुख्यालय से दूर, बैगा बाहुल्य ग्राम रेंगाखार में आयोजित विशेष शिविर में स्वयं उपमुख्यमंत्री श्री विजय शर्मा ने शिरकत की। उन्होंने शासकीय स्कूल परिसर में आयोजित शिविर में पहुंचकर ग्रामीणों से सीधे संवाद किया और उनके लंबित प्रकरणों की जानकारी ली। इस दौरान उन्होंने राजस्व अधिकारियों को निर्देशित किया कि प्रत्येक आवेदन का त्वरित, निष्पक्ष और पारदर्शी तरीके से निराकरण सुनिश्चित किया जाए। अधिकारियों की तत्परता से रेंगाखार में राजस्व कार्यों में उल्लेखनीय प्रगति देखने को मिली है। जानकारी के अनुसार, रेंगाखार क्षेत्र के दो राजस्व परिक्षेत्रों के तहत आने वाले 12 हल्का पटवारियों के अंतर्गत कुल 611 आवेदन प्राप्त हुए, जिनमें से 317 प्रकरणों का निपटारा किया जा चुका है, जबकि शेष प्रकरणों पर कार्यवाही जारी है।
कलेक्टर श्री गोपाल वर्मा ने बताया कि जिले के वनांचल ग्रामों में 23 जुलाई से 29 अगस्त 2025 तक विशेष राजस्व शिविरों का आयोजन किया जाएगा। जिससे ग्रामीणों को उनके ही गांव में राजस्व से संबंधित समस्याओं का समाधान प्राप्त हो सकेगा। इन शिविरों के आयोजन के पूर्व, जिले के चयनित ग्राम पंचायत भवनों में 08 और 09 जुलाई को नागरिकों से नामांतरण, बंटवारा, फौती, सीमांकन, खसरा त्रुटि सुधार, भूमि संबंधी विवादों एवं अन्य राजस्व विषयों से जुड़े प्रकरणों के लिए आवेदन लिए गए हैं। जिसका निराकरण कर शिविर में हितग्राहियों को अवगत कराया जाएगा। उन्होंने बताया कि इन शिविरों में अनुभवी राजस्व अधिकारी एवं कर्मचारी मौके पर मौजूद रहकर ग्रामीणों की समस्याओं का उसी स्थान पर निराकरण भी करेंगे। कलेक्टर श्री वर्मा ने यह भी जानकारी दी कि शिविर व्यवस्था को और अधिक प्रभावी बनाने हेतु “राजस्व समस्या निदान रथ” का संचालन भी किया जाएगा। यह रथ अत्याधुनिक तकनीकी संसाधनों जैसे कंप्यूटर, प्रिंटर, फोटोकॉपी मशीन आदि से सुसज्जित होगा, साथ ही इसमें प्रशिक्षित ऑपरेटर और सहयोगी स्टाफ भी रहेंगे। यह रथ गांव-गांव जाकर भूमि, नक्शा, खसरा, गिरदावरी, नामांतरण सहित लोक सेवा गारंटी अधिनियम के तहत आने वाली सेवाओं का त्वरित समाधान स्थल पर ही उपलब्ध कराएगा। एग्री स्टेक और गिरदावरी प्रविष्टि पंजीयन की सुविधा भी यहीं से दी जाएगी।
कलेक्टर ने बताया कि अब तक जिले की 8 तहसीलों के 26 निरीक्षण सर्किलों में आयोजित शिविरों के माध्यम से 2025 आवेदन प्राप्त हुए हैं, यह आवेदन 8 और 9 जुलाई को लिए गए थे। जिनमें से 1123 प्रकरणों का त्वरित निराकरण किया जा चुका है और 882 प्रकरण प्रक्रियाधीन हैं। आगामी 23 जुलाई से 29 अगस्त तक जिले के सभी 24 सर्किलों में एक बार फिर विशेष राजस्व समाधान शिविर आयोजित किए जाएंगे। यह पहल शासन की जनहितैषी सोच, स्थानीय सहभागिता और प्रशासनिक सक्रियता का प्रतीक बन रही है, जो ग्रामीण अंचलों में राजस्व व्यवस्था को सरल, पारदर्शी और प्रभावी बना रही है।
राजस्व समस्या का तत्काल निराकरण के लिए राजस्व समस्या निदान रथ पहुंचेगा गांवों में
कलेक्टर श्री गोपाल वर्मा के मार्गदर्शन में जिले में राजस्व शिविरों के कार्यों को और अधिक प्रभावी एवं जनसुविधा मूलक बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल की जा रही है। इस क्रम में राजस्व समस्या निदान रथ का संचालन किया जाएगा, जिससे ग्रामीण क्षेत्रों में राजस्व संबंधी समस्याओं का त्वरित एवं स्थल पर ही निराकरण सुनिश्चित किया जा सकेगा। राजस्व रथ के संचालन के लिए विस्तृत रूट चार्ट तैयार कर लिया गया है। यह रथ पूरी तरह तकनीकी संसाधनों से सुसज्जित रहेगा, जिसमें फोटोकॉपी मशीन, कम्प्यूटर, प्रिंटर सहित दो ऑपरेटर एवं एक सहयोगी कर्मचारी की तैनाती की गई है। इस रथ के माध्यम से ग्रामीणजन अपने भूमि, नक्शा, खसरा, गिरदावरी एवं नामांतरण से संबंधित मामलों का त्वरित समाधान प्राप्त कर सकेंगे। यह रथ लोक सेवा केन्द्र से लिंक रहेगा, जिससे लोक सेवा गारंटी अधिनियम के अंतर्गत आने वाली सेवाओं का निपटान शीघ्र किया जा सकेगा। रथ के माध्यम से एग्री स्टेक पंजीयन और गिरदावरी संबंधित प्रविष्टियों का भी पंजीयन किया जाएगा। यह पहल ग्रामीणों को राहत देने के साथ ही प्रशासनिक पारदर्शिता एवं दक्षता में वृद्धि करेगी। कलेक्टर श्री गोपाल वर्मा ने संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया है कि राजस्व समस्या निदान रथ की नियमित मॉनीटरिंग सुनिश्चित की जाए तथा ग्रामीणजन को अधिक से अधिक लाभ पहुंचाने के लिए आवश्यक समन्वय स्थापित किया जाए।
इन-इन स्थानों में होगा विशेष राजस्व शिविर का आयोजन
कलेक्टर श्री गोपाल वर्मा के मार्गदर्शन में राजस्व संबंधी प्रकरणों का त्वरित निराकरण के लिए जिले के 24 राजस्व निरीक्षक कार्यालय मुख्यालयों पर विशेष राजस्व शिविर का आयोजन किया जाएगा। इसके अंतर्गत आसपास के विभिन्न पटवारी हल्का के ग्राम सम्मिलित होंगे। राजस्व शिविर का प्रारंभ 23 जुलाई को बोड़ला से होगा। इसके बाद 25 को पोड़ी, 28 को राजानवांगांव, 29 को चिल्फी, 30 को तरेगांव जंगल, 31 को सहसपुर लोहारा, 01 अगस्त को सिल्हाटी, 04 को बिरेन्द्र नगर, 05 को ठाठापुर, 06 को बाजार चारभांठा, 07 को समनापुर, 08 को पिपरिया, 11 को नेवारी, 12 को मरका, 13 को दशरंगपुर, 18 को छिरहा, 19 को कुण्डा, 20 को दामापुर, 21 को मोहगांव, 22 को कुकदूर, 25 को कोदवागोड़ान, 27 को पंडरिया, 28 को बाद्यामुड़ा और 29 को रमतला में विशेष राजस्व शिविर का आयोजन किया जाएगा।
23 जुलाई से 29 अगस्त तक आयोजित शिविरों में मिलेगा अनेक लाभ
उपमुख्यंत्री श्री विजय शर्मा के निर्देश पर पूरे जिले भर में आगामी 23 जुलाई से 29 अगस्त तक विशेष राजस्व समाधान शिविरों का आयोजन किया जाएगा। कलेक्टर श्री गोपाल वर्मा ने बताया कि इस शिविर में अनेक लाभ ग्रामीणों, किसानों और अभिभावको को मिलेगा। जिले के सभी 24 राजस्व निरीक्षक कार्यालय मुख्यालयों में यह शिविर लगेगा, जिसमे राजस्व से संबंधित आवेदनों के साथ साथ आयुष्मान कार्य, आधार कार्य नवनीकरण, अपडेट किया जाएगा, साथ ही इस शिविर में किसान भाई अपने एग्री स्टेट से पंजीयन भी किया जाएगा। कलेक्टर श्री गोपाल वर्मा ने अधिकारियों को विशेष निर्देश दिए कि शैक्षणिक प्रयोजन हेतु आवश्यक आय, जाति और निवास प्रमाण पत्रों में किसी भी विद्यार्थी या अभिभावक को अनावश्यक परेशानी न हो। उन्होंने कहा कि स्कूल-कॉलेज में प्रवेश, छात्रवृत्ति, परीक्षाओं आदि के लिए आवश्यक प्रमाण पत्र समयसीमा में और सरलता से जारी किए जाएं।
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