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सूर्या फाउंडेशन देशभर के 3000 परिवारों में बनवा रहा पोषण वाटिका

 



सूर्या फाउंडेशन देशभर के 3000 परिवारों में बनवा रहा पोषण वाटिका

देशभर में ग्राम विकास के क्षेत्र में काम करने के लिए जानी-मानी संस्था सूर्या फाउंडेशन पिछले 30 वर्षों से सेवा के कार्यों को करती आई है, समय-समय पर आवश्यकता और मांग को देखते हुए संस्था ने अपनी कार्यशैली में बदलाव भी किए हैं। सूर्या फाउंडेशन गाँवों में शिक्षा, स्वास्थ्य, समरसता, स्वावलंबन, पर्यावरण के लिए अनेकों अभियान चलाता है जिससे समाज को प्रत्यक्ष रूप से लाभ मिलता है। वर्तमान में सब्जियों के उत्पादन में रासायनिक खादों एवं कीट नाशकों का ज्यादा प्रयोग होने के कारण लोगों को रासायनिक सब्जियों का सेवन करना पड़ता है, रसायनिक सब्जियों के नियमित सेवन से स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव पड़ रहा है, परिणाम स्वरूप लोगों को ब्लेड प्रेसर, हृदय रोग, शुगर, मोटापा, कैंसर आदि गंभीर बीमारियों का सामना करना पड़ रहा है।

इसी गंभीर समस्या को ध्यान में रखते  हुए संस्था ने देशभर में जैविक तरीके से सब्जी उत्पादन के लिए पोषण वाटिका तैयार करवाने का लक्ष्य लिया है, घरों में बनने वाली पोषण वाटिका अच्छे स्वास्थ्य का एक उत्तम माध्यम है जिसमें जैविक सब्जियों का उत्पादन किया जाता है और घरों में अच्छी गुडवत्ता वाली रासायनमुक्त सब्जी का प्रयोग किया जाता है। जिससे परिवारों के सदस्यों में स्वास्थ्य सुधार हो रहा है। इस योजना के अंतर्गत कम आय लोग जो सब्जी खरीदने मे सक्षम नहीं है उनको भी सीधा लाभ मिल रहा है आपने घर पर ही वाटिका बनाकर सब्जियों का उत्पादन कर रहे हैं।

*3000 परिवारों के 15000 लोगों को मिलेगा लाभ*

संस्था इस अभियान को पिछले 4 वर्षों से लगातार चला रही है जिसमें राष्ट्रीय बीज अनुसंधान संस्थान दिल्ली द्वारा प्राप्त लौकी, भिंडी, तोरई, पालक, चौलाई, बैगन, टमाटर, खीरा, धनियाँ, मिर्च, कद्दू आदि के अच्छी गुडवत्ता वाले बीज परिवारों में निःशुल्क उपलब्ध कराया जा रहा है। इस वर्ष उत्तर प्रदेश, उत्तराखण्ड, मध्यप्रदेश, राजस्थान, हरियाणा, छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र, गुजरात, आंध्र प्रदेश, कर्नाटक राज्यों के 70 गांवों में 3000 से अधिक परिवारों द्वारा वाटिका का निर्माण कराया जाएगा। इस तहत छत्तीसगढ़ के कबीरधाम जिले के ग्राम अचानकपुर और राजनांदगांव के आदर्श गांव पेंड्री सुकूलदैहान में सब्जी बीज का वितरण किया गया है इसके अंतर्गत जैविक तरीके से की जाने वाली उत्पादन की विधि का प्रशिक्षण के साथ-साथ बीजों का संरक्षण अधिक से अधिक हो इसकी जानकारी भी दी जा रही है। 3000 परिवारों से लगभग 15000 लोगों को जैविक सब्जियों का लाभ मिलेगा जिससे उनके स्वास्थ्य में सुधार होगा यह जानकारी सनत टण्डन सूर्या फाउंडेशन प्रमुख छत्तीसगढ़।

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